संस्कृत विश्व की प्रमुख एवं सर्वाधिक प्राचीन भाषा है। इसकी वैज्ञानिकता ही इसकी मुख्य विशेषता है। संस्कृत भाषा की एक ओर विशेषता यह है कि "अस्यां यथा लिख्यते तथैव उच्चार्यते यथा उच्चार्यते तथैव लिख्यते। "अर्थात संस्कृत में जैसा लिखा जाता वैसा ही बोला जाता है और जैसा बोला जाता वैसा ही लिखा जाता है। विश्व में कोई भी भाषा बोलने के अभ्यास पर निर्भर हैं, यथा तरणाभ्यासः तडागे भवति तथैव भाषाभ्यासः मुखे भवति। जैसे तैरने का अभ्यास तालाब में होता वैसे ही भाषा का अभ्यास मुख में होता है।